Tuesday, May 19, 2009

हम चुनाव में हार गए

ज्योतिषियों के सब भविष्यफल बिल्कुल ही बेकार गये
बाबा तेरी आशीषें ले हम चुनाव में हार गये

मंत्र पढे थे पूजा की थी अनुष्ठान करवाये थे
जाने कितने ओझाओं के झाड़ू भी तो खाये थे
कई पुरोहित हवन यज्ञ के पैसे ले हरिद्वार गये
बाबा तेरी आशीषें ले हम चुनाव में हार गये

माथे उूपर रंग लगाया दाढी नहीं बनायी थी
कई मजारों पर रेशम की चादर भी चढवाई थी,
गुरूद्वारों में शीश झुकाने लेकर घर परिवार गये
बाबा तेरी आशीषें ले हम चुनाव में हार गये

जहां घर्म की दूकानें थीं भीड़ जहां पर जाती थी
मेंने वहां वहां पर अपनी आमद दर्ज करा दी थी
रोटी रोजगार के चक्कर सब धर्मों को मार गये
बाबा तेरी आशीषें ले हम चुनाव में हार गये

मेरा और तुम्हारा भी ये कितना फर्ज फजीता है
जो तुमको ठेंगा दिखलाता वो चुनाव में जीता है
पास हमारे आते थे जो सब उसके दरबार गये
बाबा तेरी आशीषें ले हम चुनाव में हार गये

1 comment:

arun prakash said...

बाबा जी तुमने तो लुटिया ही डुबो दी